शनिवार, 9 मार्च 2013

कविता...

एक दिन नारी के नाम

8 मार्च का दिन
महिला दिवस घोषित है,
पर किसी ने
ये न सोचा
केवल एक दिन ही
नारी के नाम;
तो क्या
बाकि ३६४ दिन पर
केवल
पुरुष का अधिकार है.
सोचना अब ये है,
नारी के नाम
पूरे ३६५ दिन क्यों नहीं..?
आखिर
वह भी तो
फिर भी
इंसान है.
आधी दुनिया कि आबादी की
उससे ही तो पहचान है.
पर
कितना बड़ा
पाखंड है,
नारी “देवी” तो है,
मनाव कदापि नहीं हो सकती.
तभी तो देवी मान
केवल
एक दिन ही पूजी जा सकती.

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